उदैगिरी गुफाए
शिलाखंड मूर्तियाँ: गुप्त काल की प्राचीन शिलाखंड (रॉक-कट) मूर्तियाँ और गुफाएँ, जो प्रारंभिक हिंदू मूर्तिकला, प्रतीकात्मकता तथा अभिलेखों को प्रदर्शित करती हैं।
गुप्त अभिलेख: उदयगिरि के गुप्तकालीन अभिलेख गुप्त साम्राज्य के राजनीतिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक जीवन पर मूल्यवान जानकारी प्रदान करते हैं। ये अभिलेख गुफा मंदिरों के समीप शिलाओं पर उत्कीर्ण हैं।
अभिलेख (शंख लिपि): उदयगिरि में पाई जाने वाली शंख लिपि के अभिलेख रहस्यमयी सर्पिल या शंख के आकार की लिपि में शिलाओं पर अंकित हैं। ये अभिलेख गुप्त काल के हैं और इन्हें “शंख आकार के अभिलेख” भी कहा जाता है।
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कैसे पहुंचें:
बाय एयर
विदिशा मध्य प्रदेश के मध्य में स्थित है और यह राजधानी भोपाल के बहुत पास है, विदिशा सड़क और रेल संपर्क से दोनों ओर से जाने योग्य है। भोपाल (65 किलोमीटर) निकटतम हवाई अड्डा है, जो दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और उदयपुर से जुड़ा हुआ है। टैक्सी-सवारी में विदिशा से भोपाल पहुंचने में लगभग 1-2 लगते हैं।
ट्रेन द्वारा
विदिशा रेलवे स्टेशन मुख्य रेलवे ट्रैक दिल्ली से मुंबई और दिल्ली से हैदराबाद पर स्थित है। अप और डाउन ट्रेन विदिशा से गुजरती है ।
सड़क के द्वारा
विदिशा रेलवे स्टेशन मुख्य रेलवे ट्रैक दिल्ली से मुंबई और दिल्ली से हैदराबाद पर स्थित है। अप और डाउन ट्रेन विदिशा से गुजरती है ।और उदैगिरी ग्राम विदिशा विकाशखंड मै स्थित है जो की विदिशा शहर से मात्र 7 किलो मीटर है i